जुगनू का जीवन चक्र |life cycle of firefly in hindi|

जुगनू का शरीर कोमल होता है, जिसका सिर छोटा, बड़ी व संयुक्त आंखें और एंटीना होता है| जुगनू को चमकदार पिछले सिरे से आसानी से पहचाना जा सकता है| इस आर्टिकल में जुगनू का जीवन चक्र उससे संबधित तथ्यों जैसे उसके आहार, निवास स्थान के बारे में बताया गया है|

Contents

जुगनू के बारे में सामान्य जानकारी

यह ऑर्थोपोडा संघ के अंतर्गत के कॉलेप्टेरा (Coleoptera) गण के लैम्पाइरिडी (Lampyridae) परिवार से संबंधित है, जिसे ग्लोववर्म्स (glowworms) या lightning bugs भी कहा जाता है|

दुनियाभर में जुगनू की 2,000 से अधिक प्रजातियां है, इसका शरीर चपटा और लंबा या मध्यम आकार होता है| विभिन्न प्रजातियों का शरीर सामान्यत: काले, भूरे, नारंगी या पीले रंग का होता है| विभिन्न प्रजातियों के नर व मादा के आकार व रंग में भिन्नता पायी जाती है|

जुगनू का शरीर मुख्य तीन भागों से मिलकर बना होता है:- सिर, वक्ष और उदर, सिर एक संवेदी इकाई है, यह काले और नारंगी रंग का होता है, जिस पर एंटीना पाया जाता है|

उसके छः पैर व पंख पाये जाते है, जिनका उपयोग उड़ने के लिए किया जाता है| पंख के ऊपर आवरण पाया जाता है, जिसे एलिट्रा (Elytra ) कहा जाता है, जो अंतर्निहित पंखों की रक्षा करती है|

नर की तुलना में मादा छोटे पंखों वाली या पंखहीन हो सकती है, वह उड़ नही सकती है, कुछ प्रजातियों की मादा लार्वा के समान दिखाई देती है|

ज्यादातर प्रजातियों में पंखो के ऊपर सुरक्षा कवच (Elytra) काले भूरे रंग का होता है, जिसके किनारे हल्के पीले रंग की पट्टी होती है, व केंद्र में काला धब्बा होता है|

जुगनू की लंबाई लगभग 5 से 25 मिमी (1 इंच) तक होती है|

नर व मादा दोनो चमकते है, लेकिन कई प्रजाति में मादाओं की चमक अपेक्षाकृत कम होती है|

जुगनू कहाँ रहते है? [Where do firefly live]

अंटार्कटिका को छोड़कर सभी महाद्वीप पर समशीतोष्ण और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाए जाते है, आमतौर पर दलदली स्थानों, जंगलों, खेतों, झीलों, नदियों, तालाबों, नालों घास के मैदानी क्षेत्रों में पाया जाता है|

जुगनू क्या खाते हैं? [What do firefly eat]

आहार जुगनू की प्रजातियों के प्रकार पर निर्भर करता है, वयस्कों के रूप में वे आमतौर पर पौधे के पराग और फूलों के मकरन्द खाते है|

इसके अलावा केंचुए, मोलस्क (घोंघे, स्लग), अन्य ऑर्थोपोडा (चींटियों, मकड़ियों, मच्छरों जैसे अन्य कीड़े व उनके लार्वा ) भी शामिल है|

जुगनू का जीवन-चक्र [life cycle of firefly]

जुगनू का जीवन अंडे से प्रारम्भ होकर वयस्क अवस्था तक कई क्रमिक परिवर्तनो से होकर गुजरता है, इस प्रकार यह चक्र चलते रहता है|

जुगनू के जीवनकाल के चरण [firefly‘s life stages]

यह अपने जीवन चक्र में 4 चरणों से होते हुए पूर्ण रूप से कायापलट (Metamorphosis) से गुजरते है:-

  1. अंडा
  2. लार्वा
  3. प्यूपा
  4. वयस्क

1.अण्ड प्रावस्था [Egg stage]

जुगनू का जीवन चक्र अंडे से शुरू होता है| प्रजनन की अवधि शुरू होने पर जुगनू अपने साथी का चयन करते है, प्रेमालाप क्रिया के पश्चात युग्मको का निषेचन होता है, उसके बाद मादा द्वारा अंडे दिए जाते है|

ऊपर का दृश्य दिन के समय अंडे तथा नीचे रात के समय चमकते लार्वा
ऊपर का दृश्य दिन के समय अंडे तथा नीचे रात के समय चमकते लार्वा

इस अवस्था में मादा अंडे देने के लिए नम जगह की तलाश करती है, क्योंकि अण्डों के विकास के लिए नमी आवश्यक है, इसलिए ग्रीष्म ऋतु में प्रजातियों के आधार पर मादा द्वारा नम जमीन पर पड़े पत्तों के नीचे या मिट्टी में लगभग 100 गोलाकार अंडे दिए जाते है|

अण्डों के समूह को मादा द्वारा जमीन में छुपा दिया जाता है| यह लगभग 3 से 4 सप्ताह में लार्वा में विकसित हो जाता है|

कुछ प्रजातियों के अंडे प्रकाश पैदा करते है|

2.लार्वा [larvae stage]

लार्वा देर से गर्मियों में अपने अंडों से निकलते है, लार्वा चपटे और पंख रहित होते है, लार्वा का शरीर प्रजातियों के आधार पर भिन्न-भिन्न रंग (गहरा भूरा या लाल ) का हो सकता है, जिनमें आमतौर पर शीर्ष पर गहरे रंग के खंड और नीचे हल्का रंग होता है|

लार्वा में वयस्कों के समान हल्के अंग होते है, तथा जलीय प्रजातियों में पार्श्व वेंट्रल गलफड़े विकसित होते है, कुछ प्रजाति के लार्वा लगभग पूरी तरह से विकसित मादा जुगनू की तरह दिखते है, लेकिन उनके पास वयस्कों के सामान संयुक्त आंखें नहीं होती है|

चमकते लार्वा
चमकते लार्वा

इस चरण के दौरान लार्वा बाह्यकंकाल का निर्मोचन (मोल्ट) करता है, तथा कई बार मोल्ट प्रक्रिया के बाद विकसित होता है| प्रत्येक मोल्ट के बाद यह आकार में बढ़ते जाता है, लार्वा की पूर्ण विकसित लंबाई लगभग ¾ इंच होता है|

लार्वा मांसाहारी होते है, यह मुख्य रूप से घोंघे (स्लग के लार्वा), कीट (मकड़ियों ,तितलियों व अन्य कीड़ों के लार्वा) को खाते है, यह जीवों को निष्क्रिय करने के लिए शिकार के शरीर में एक विशिष्ट रसायन को प्रवेश कराते है|

इस अवस्था में अधिकांश प्रजाति के लार्वा प्रकाश उत्पन्न करते है, प्रकाश शिकारियों के लिए चेतावनी के रूप में कार्य करता है| इसके अलावा यह एक रक्षात्मक रसायन का उत्पादन भी करते है, जो शिकारियों के लिए अरुचिकर होता है, जिससे यह अन्य प्राणियों द्वारा खाये जाने से बच जाता है|

इस चरण के दौरान सर्दियों में अधिकांश लार्वा शीतनिद्रा में चले जाते है, यह पेड़ की छाल के नीचे या जमीन में या अन्य नम आवासों में रहते है, यह अगले वसंत ऋतु तक इसी अवस्था में रहते है, कुछ प्रजातियों में यह चरण 1 वर्ष या उससे अधिक समय तक रहता है|

3. प्यूपा [pupae stage]

वसंत ऋतु के अंत में जब लार्वा प्यूपा बनने के लिए तैयार हो जाता है, तो वे मिट्टी के अंदर जाते है, और मिट्टी से एक कक्ष बनाते है, जिसमें वह तब तक रहते है, जब तक वह वयस्क के रूप में विकसित न हो जाए|

हालांकि, कुछ अन्य प्रजातियों के लार्वा पेड़ की छाल से जुड़कर उल्टा लटकते है, और तितली के केटपिलर लार्वा के सामान कोकून बनाते है, तथा कोकून के अंदर उनका विकास होता है|

विकसित हो रही प्यूपा
विकसित हो रही प्यूपा

यह हिस्टोलिसिस नामक एक प्रक्रिया का उपयोग करके कायापलट (metamorphosis) करते है|

यह प्रक्रिया प्यूपा के शरीर को तोड़ती है, हिस्टोब्लास्ट (कोशिकाओं के समूह) नामक विशेष कोशिकाओं के निर्माण को सक्रिय करती है, यह कोशिकाएं जैव रासायनिक प्रतिक्रियाओं को उत्तप्रेरित करती है, इसके दौरान कई बदलाव होता है, पंख व शरीर के अन्य अंगो का विकास होता है|

रूपान्तरण (कायापलट) पूर्ण होते ही वयस्क जुगनू प्यूपा की खोल से बाहर आने को तैयार रहता है, इस अवस्था की अवधि 10 दिन से कई हफ्तों तक हो सकता है| यह अवधि प्रजातियों के प्रकार पर निर्भर करता है|

4.वयस्क [Adult stage]

यह गर्मियों की शुरुआत में प्यूपा से निकलता है, इस अवस्था में उसके सभी अंग (जैसे :- संयुक्त आँखे, छः पैर, पंख, एलिट्रा (elytra) व एंटीना) पूर्ण रूप से विकसित होता है| इसमें श्वसन के लिए ट्रेकिओल्स पाये जाते है|

जुगनू का शरीर तीन खंडो (सिर, वक्ष, उदर) में बंटा होता है, उदर के निचले हिस्से के अंतिम 2 या 3 खंडों पर प्रकाश उत्सर्जक अंग उपस्थित होते है,जो बायोलुमिनसेंस (bioluminescence) प्रक्रिया द्वारा प्रकाश का उत्पादन करता है|

वयस्क जुगनू
वयस्क जुगनू

अधिकांश प्रजातियों की मादा नर की तरह दिखाई देती है, लेकिन वह नर की तुलना में छोटी होती है, कुछ प्रजातियों में वयस्क मादा लार्वा के सामान दिखाई देती है, व पंख अनुपस्थित होता है, और वह उड़ नही सकती, लेकिन उसे उसकी बड़ी व संयुक्त आंख से लार्वा से अलग पहचाना जा सकता है|

कुछ वयस्क भोजन नहीं करते है, केवल संतान पैदा करते है, और मर जाते है| जबकि अन्य वयस्क पराग और फूलों के मकरन्द के अलावा कीटों का भी शिकार करते है, मादा जुगनू कभी-कभी अन्य प्रजातियों के नर को भी खा जाती है|

जब जुगनू वयस्क हो जाता है तो उसका मुख्य उद्देश्य प्रजनन करना होता है, वयस्क कि इस अवस्था कि अवधि 3 से 4 सप्ताह तक होता है| जिसके अंतर्गत वह अपने साथी को ढूंढने के लिए प्रकाश उत्पन्न करता है, वयस्को में प्रकाश साथी को आकर्षित करने में मदद करता है|

जीवन चक्र कुछ महीनों से लेकर 2 से 3 साल या उससे अधिक समय तक भी हो सकता है।

आखरी सोच

इस प्रकार यह आर्टिकल जुगनू का जीवन चक्र और उसके आवास, आहार के बारे मे वर्णित है|

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