मानसून से जुड़ी बीमारियाँ आपके समग्र स्वास्थ्य को और भी अधिक प्रभावित कर सकती हैं। जिससे बचने व बेहतर स्वास्थ्य के लिए बरसात के मौसम मे क्या खाये और क्या न खाये इस आर्टिकल मे स्वास्थ्यवर्धक सब्जी और फलो, मेवे व उससे संबधित जानकारी आपको उपलब्ध कराई गयी है|
बरसात के मौसम मे क्या खाना चाहिए? [what to eat in rainy season]
मानसून अपने साथ कई तरह की बीमारियां लेकर आता है, इससे बचने व अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए स्वास्थ्यवर्धक सब्जियों, फलों, सूखे मेवे, व औषधीय जड़ी बूटी का सेवन करना जरुरी हो जाता है|
बारिश के मौसम में कौन सी सब्जियां खानी चाहिए [ which Vegetables to eat in rainy season]
भारत में जून से सितंबर तक चलने वाला मानसून का मौसम है, जिसमे कई तरह की पौष्टिक सब्ज़ियाँ उगाई जाती है, जो जरूरी पोषक तत्वों, विटामिन और खनिजों से भरपूर होती है, और स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद होती हैं|

मानसून के मौसम मे कौन सी सब्जियाँ खाना चाहिए जिससे मौसमी संक्रमण से बचा जा सके, उन पौष्टिक व मौसमी सब्जी के बारे मे यहा बताया गया है, जिन्हें प्रत्येक व्यक्ति को अपने आहार में शामिल जरूर करना चाहिए,जिससे आप स्वस्थ रह सके|
1.करेला [bitter gourd]
यह विटामिन सी से भरपूर होता है, यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है, और संक्रमण से लड़ती है, रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है, यह कृमिनाशक है, जो इस मौसम के दौरान फैलने वाले जठरांत्र परजीवियों (कीड़े) को खत्म करती है,तथा पाचन तंत्र को बेहतर बनाती है|
2.लौकी [Bottle gourd]
इसमें विटामिन बी, विटामिन सी, पोटेशियम,फॉस्फोरस, फाइबर, प्रोटीन और आयरन प्रचूर मात्रा में पाया जाता है, इसे रेचक, ज्वरनाशक और सूजनरोधी गुणों के लिए जाना जाता है,यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है|
यह आंत से विषाक्त पदार्थों को निकालता है, और पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाकर वजन घटाने में मदद करता है,तथा शरीर को खाद्य जनित बीमारियों से दूर रखती है|
इस सब्जी में पित्तदोषनिवारक (antibilious) गुण भी होते है, जो शरीर से अतिरिक्त पित्त को बाहर निकालने में मदद करते है|शरीर के उच्च तापमान को कम करने में मदद करता है, आपको अपने दैनिक आहार में लौकी को जरूर शामिल करना चाहिए क्योंकि यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित होता है|
3.परवल [ Pointed gourd]
इस सब्जी मे एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ए, विटामिन सी और फाइबर की अच्छी मात्रा पायी जाती है, जो संक्रमणों से लड़ने में मदद करती है, इसका रोगाणुरोधी गुण रोगजनकों और रोगाणुओं के विकास को रोकता है|परवल में सूजन-रोधी गुण भी होते है, यह त्वचा के स्वास्थ्य और पाचन के लिए अच्छा होता है, इसमें कैलोरी भी कम होती है|
4.टिंडा [ Indian Squash]
इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ई, विटामिन सी, और पोटेशियम,फाइबर जैसे विटामिन और खनिजों का एक उत्कृष्ट स्रोत होता है, यह शरीर की जलन और सूजन को कम करने में मदद करता है| इसमें मौजूद फाइबर पाचन में सहायता करते है|
5. मशरूम [ mushroom]
यह एंटीऑक्सीडेंट, अमीनो एसिड, विटामिन डी, विटामिन बी,राइबोफ्लेविन नियासिन और पोटेशियम सहित स्वास्थ्यवर्धक पोषक तत्वों का भंडार है| उनमें प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने का गुण भी होता है, और सेलुलर क्षति को भी रोकते है| इसे अच्छे से धोने के बाद ही उपयोग मे लाना चाहिए |
6.मूली [ Radish]
यह विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालती है, पेट को संक्रमित होने से बचाती है, इसके अलावा यह प्रतिरक्षा तंत्र में सुधार करती है|मूली को अपने आहार का हिस्सा बनाना चाहिए|
7.चुकंदर [ Beetroot]
यह आयरन का सबसे बड़ा स्त्रोत है, इसके आलावा इसमें फाइबर, मैंगनीज, विटामिन सी और अन्य आवश्यक पोषक तत्व भी होते है|इसे पोषण का एक पावरहाउस माना जाता है,जो शरीर को संक्रामक बीमारियों से बचाता है|यह आंत के माइक्रोबायोम को विनियमित करने में एक प्रभावी भूमिका निभाती है|
8.जिमीकंद (Elephant foot yam)
यह ज़्यादातर मानसून के मौसम में उगता है|यह सब्ज़ी फाइबर, कार्ब्स और प्रोटीन से भरपूर होती है| यह मैग्नीशियम, पोटैशियम, ज़िंक, कैल्शियम, फॉस्फोरस आदि पोषक तत्वों का भी अच्छा स्रोत है| इसके गैस्ट्रो काइनेटिक गुण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है|
9.तुरई/तोरी (Ridge Gourd)
इसमें फाइबर, सेल्यूलोज, अमीनो एसिड, कैरोटीन, प्रोटीन, विटामिन ए और सी, तथा मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे खनिज होते है| यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है|
यह एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर है, जो विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और पाचन तथा समग्र स्वास्थ्य को अच्छा बनाने मे मदद करता है|यह बरसात के मौसम में खाने के लिए सबसे अच्छी सब्जियों में से एक है,क्योंकि यह लिम्फ ग्रंथियों की सूजन तथा खांसी को ठीक करने मे मदद करता है|
10. कुंदरू/कुंदरी/टिंडोरा/तेंदली(Ivy gourd )
इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो खांसी, एलर्जी और बुखार से बचाते है, यह ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है, यह उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों के लिए लाभकारी होता है|
11.कद्दू (Pumpkin)
वैसे तो कद्दू साल भर उगाए जाते हैं, लेकिन भारत में उनकी फसल का सबसे अच्छा मौसम मानसून का समय होता है|इसमें फाइबर और पानी की मात्रा अधिक होती है, व पोटेशियम, विटामिन सी और बीटा-कैरोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है|
12.भिंडी (ladyfinger)
इसमें फाइबर, विटामिन ए, सी, और के, तथा फोलेट पाया जाता है| त्वचा और आँखों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है|
13. हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक और मेथी जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां पौष्टिक होती हैं, लेकिन बरसात के मौसम बैक्टीरिया और परजीवियों से बचने के लिए इन्हें अच्छी तरह से पकाकर खाना चाहिए|
यह आयरन, विटामिन ए, विटामिन सी व के मैग्नीशियम, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते है|यह मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली बनाने व पाचन में सहायता करने, मधुमेह को नियंत्रित करने और हृदय, मस्तिष्क, हड्डियों के स्वास्थ्य बेहतर बनाने मे मदद करता है|
14. खीरे ( cucumber)
इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है, इसमें एंटीऑक्सीडेंट का गुण भी होता है| इसके ठंडे गुणों के कारण यह स्वास्थ्य के लिए बेहद अच्छा है|
बरसात के मौसम मे कौन सा फल खाना चाहिए [ which fruit eat in rainy season]
मानसून के ये फल ज़रूरी विटामिन, खनिजों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और कई बीमारियों को दूर रखने में मदद करते हैं|
मानसून फल दिए गए हैं,जिसे अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
1.आलूबुखारा (Plum)
इसमें विटामिन सी व के, कॉपर, फाइबर, पोटैशियम पाया जाता है, इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी, इंफेक्शन से भी बचाव व कब्ज से भी छुटकारा मिलता है|
2. जामुन (blackberry)
इसमें कैल्शियम, विटामिन सी और फाइबर के साथ आयरन,एंटीऑक्सीडेंट भी होता है, यह रक्त शर्करा ( blood sugar ) स्तर को कंट्रोल में रखता है, यह ब्लड सर्कुलेशन, लिवर और किडनी के लिए भी फायदेमंद है|
यह प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है|बारिश में सबसे ज्यादा लोगों को पेट संबंधित समस्याएं होती हैं, जैसे उल्टी, मतली, पेट दर्द, इंफेक्शन इनसे बचे रहना चाहते हैं तो आप जामुन खा सकते है, जो पाचन में सहायता करता है|
3.लीची (Lychee)
इसमें विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं,फाइबर, पोटेशियम और तांबा भी होता है जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। इसमें पानी की मात्रा काफी होती है, यह शरीर को हाइड्रेट व पाचन संबधित समस्या को दूर करता है|
4. नाशपाती (Pear)
कम कैलोरी और अधिक फाइबर युक्त नाशपाती पाचन के लिए बहुत अच्छी होती है। इसमें विटामिन सी, पोटेशियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। इसमें हाइड्रेटिंग गुण भी होते है|
5.सेब और अनार (Apple and Pomegranate)
सेब और अनार आयरन, कई तरह के विटामिन से भरपूर होते है|
6. चेरी ( cheery)
इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, खास तौर पर एंथोसायनिन भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हृदय के लिए फायदेमंद होते हैं। इनमें विटामिन सी भी होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, फाइबर, जो पाचन में सहायता करता है, चेरी में सूजनरोधी गुण होते हैं जो मांसपेशियों के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।
मसाले और जड़ी बूटियाँ
हल्दी, अदरक, लहसुन, काली मिर्च, दालचीनी, इलायची और जायफल जैसे मसालों और जड़ी-बूटियों में एंटीसेप्टिक, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीवायरल, एंटीफंगल, एंटी-बैक्टीरियल और सूजनरोधी (Anti-inflammatory) गुण होते है, जो टी लिम्फो साइट जैसी प्रतिरक्षा कोशिकाओं को विनियमित करके प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत व सक्रिय बनाता है, जो शरीर को रोगजनकों से बचाने में मदद करते हैं।
ब्राउन राइस, ओट्स और बेरी जैसे खाद्य पदार्थ इस मानसून में सबसे अच्छे खाद्य पदार्थ हैं|
कौन से सूखे मेवे बारिश के मौसम मे अच्छे होते है [Which dry fruits are good in rainy season]
सूखे मेवे में प्रोटीन, वसा, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं। प्रतिरक्षा को बढ़ाता है, और संक्रमण से बचाता है। अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आपको हर मौसम में इनका सेवन करना चाहिए|
1. बादाम :- यह विटामिन ई, मैग्नीशियम और वसा से भरपूर तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, और त्वचा को स्वस्थ रखता है।
2. अखरोट :- ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन उपस्थित, मस्तिष्क के लिए अच्छा होता है|
3. काजू :- लोहा, जस्ता और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत व हृदय के लिए अच्छा होता है,और ऊर्जा प्रदाता है|
4. पिस्ता :- इसमें फाइबर, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। पाचन में मदद व blood sugar के स्तर को नियंत्रित करता है।
5. किशमिश :- आयरन, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर। पाचन में सहायक होते है और एनीमिया से बचाता है।
6. खजूर :- फाइबर, आयरन और विटामिन से भरपूर। त्वरित ऊर्जा प्रदान करता है, और सामान्य रक्तचाप बनाए रखने में मदद करता है।
7. अंजीर :- कैल्शियम, पोटेशियम और फाइबर युक्त, पाचन स्वास्थ्य और हड्डियों की मजबूती प्रदान करता है।
8. खुबानी :- इसमें विटामिन ए, पोटेशियम और फाइबर शामिल हैं। जो आंख व त्वचा के लिए लाभदायक है|
9. सूखा आलूबुखारा :- फाइबर, पोटेशियम और विटामिन के उपस्थित जो पाचन में सहायता और हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार करता है।
10. सूखे जामुन ( क्रैनबेरी और ब्लूबेरी) :- एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और फाइबर युक्त|
प्रोबायोटिक्स शामिल करें
दही, छाछ और बादाम दूध जैसे प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थों को शामिल करने से न केवल पाचन में मदद मिलती है बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
मानसून के दौरान किन खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए
कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ है, जिन्हें आपको इस मौसम में खाने से बचना चाहिए, क्योंकि इन खान-पान से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। जो आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
1.बाहर का खाना [Street food and fried snacks]
मानसून के दौरान बैक्टीरिया और फंगल वृद्धि कि संभावना बढ़ जाती है इसके इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री दूषित पानी या गंदे वातावरण के संपर्क में आ सकती है। इन खाद्य पदार्थों का सेवन करने से फ़ूड पॉइज़निंग और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण का जोखिम बढ़ जाता है|
2.तले हुए खाद्य पदार्थ खाने से बचें
इस मौसम में कभी-कभी समोसा या पकौड़े जैसी तली हुई चीजें खाना ठीक रहता है, लेकिन अगर आप इन्हें अधिक मात्रा में खाएंगे तो आपको अपच, पेट फूलना, दस्त और अन्य कई तरह की गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हो सकती हैं।
3.पत्तेदार सब्जियों को बिना धोये उपयोग नही करना चाहिए
पत्तेदार सब्जियाँ और कच्चे सलाद निस्संदेह पौष्टिक होते हैं, लेकिन मानसून के दौरान सब्जियाँ अधिक नमी बनाए रखती हैं, जिससे वे बैक्टीरिया और कवक के लिए प्रजनन स्थल बन जाती हैं इसलिए उनमे उपस्थित गंदगी ( बैक्टीरिया या कीटनाशकों) को हटाने के लिए अच्छी तरह से धोने और साफ करने की आवश्यकता होती है।
पाचन संबंधी समस्याओं से बचने के लिए, पकी हुई सब्जियाँ और हल्के से भूनी हुई सब्जियाँ चुनें |
4.समुद्री खाद्य पदार्थ
इस मौसम में पानी के दूषित होने का खतरा बहुत ज़्यादा होता है, जिससे मछलियाँ और समुद्री भोजन संक्रमण के वाहक बन जाते हैं।
5.कार्बोनेटेड पेय पदार्थ
यह आपके पाचन तंत्र को कमज़ोर व शरीर में खनिजों को कम कर सकते हैं। इसकी जगह आप नींबू पानी और जलजीरा जैसे हाइड्रेटिंग पेय पदार्थ भी ले सकते है|
अदरक, काली मिर्च, शहद, पुदीना और तुलसी के पत्तों वाली हर्बल चाय जैसे गर्म तरल पदार्थ पिएं। यह न केवल आपको हाइड्रेट रहने में मदद करते है, बल्कि इसमें जीवाणुरोधी गुण भी होते है|
6.कच्चे खाद्य पदार्थ कि जगह,उबली हुई सब्ज़ियाँ खाएँ
इस मौसम में कच्ची सब्जियों में हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस मौजूद हो सकते है, जो कई तरह के संक्रमणों का कारण बन सकते हैं। अपने दैनिक आहार में कच्चे सलाद की जगह उबले हुए सलाद को शामिल करे|
7.डेयरी उत्पाद
बिना पाश्चुरीकृत दूध या दूध से बनी मिठाइयाँ असुरक्षित हो सकती हैं। जिससे पेट में संक्रमण हो सकता है। आप विश्वसनीय ताज़े डेयरी उत्पादों व पाश्चुरीकृत दूध चुनाव करे|
8.कटे हुए फल और जूस
वैसे तो फल पौष्टिक होते हैं, लेकिन सड़क किनारे विक्रेताओं से कटे हुए फल और जूस मानसून के दौरान खतरनाक हो सकते हैं।
निष्कर्ष
मौसमी सर्दी, फ्लू, टाइफाइड से लेकर मच्छरों से होने वाली बीमारियाँ जैसे मलेरिया , डेंगू और पेट में संक्रमण मानसून में बहुत आम हैं। इसलिए, आपको यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि आप जो खाना खाते हैं, उसमें पोषण और प्रतिरक्षा के बीच सही संतुलन हो।
इस प्रकार इस आर्टिकल मे बरसात के मौसम मे क्या खाये और क्या न खाये? इससे संबधित जानकारी साझा किया गया है|
आशा है कि आर्टिकल पसंद आया होगा,और उचित जानकारी प्राप्त हुआ होगा, और आपके लिये उपयोगी साबित हुआ होगा,
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