चमगादड़ का जीवन चक्र |life cycle of Bat in Hindi |

इस आर्टिकल के माध्यम से चमगादड़ के जीवन से संबधित जानकारी उपलब्ध कराएंगे| जिससे चमगादड़ को समझना और उसके बारे मे जानना आसान हो जायेगा| जिसके अंतर्गत चमगादड़ का जीवन चक्र क्या है? चमगादड़ कहा रहते है? उसके व्यवहार तथा उसके भोजन के बारे मे जानकारी को निम्न बिन्दुओ द्वारा समझाया गया है :-

Contents

* चमगादड़ के जीवन के बारे मे सामान्य जानकारी :-

चमगादड़ स्तनधारी (Mammalia) वर्ग के काइरॉप्टेरा (chiroptera) गण के अंतर्गत आने वाला जीव है, इन्हें दो उपगणो में विभाजित किया गया है :- 1.मेगाबेट्स (Megachiroptera), या फलाहारी तथा 2.माइक्रोबेट्स (Microchiroptera) या पिशाच (Vampire ) या कीटाहारी|

मेगाबेट्स आकार में बड़े होते है,कुछ तो इतने बड़े होते हैं कि उनके पँख (patagium) 1.36 मीटर तक फैल सकते है, तथा माइक्रोबैट्स छोटे होते है|

इसकी लगभग 1,100 से अधिक प्रजातियां हैं, यह एक रात्रिचर प्राणी है,चमगादड़ (Bat) केवल एकमात्र स्तनधारी है,जो उड़ान भरने में सक्षम हैं,इनकी अग्रभुजाएँ पंखों में रूपांतरित होती है| जो उनके उड़ने के लिए अनुकूलित है, पक्षियों की तुलना में चमगादड़ का पँख पतले झिल्ली या पेटाजियम (patagium) से ढके हुए होते है|

उनकी मुख आकृति चूहे जैसी दिखाई देती है,व एक जोड़ी कान उपस्थित होते है|यह चिड़ियों की भाँति अंडे नहीं देते बल्कि बच्चे पैदा करते है, और बच्चों को दूध पिलाते है| चमगादड़ उलटे लटकते हैं, तथा यह रडार प्रणाली (वस्तुओं का पता लगाने वाली एक प्रणाली) का उपयोग करते है, जिसे इकोलोकेशन विधि (Echolocation) भी कहा जाता है|

* चमगादड़ कहां निवास करते है? [ Where do bats live ] :-

यह आर्कटिक और अंटार्कटिक को छोड़कर पृथ्वी के सभी क्षेत्रों में पाये जाते है, उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में समशीतोष्ण प्रजातियों की तुलना में अधिक प्रजातियां होती है|

अलग-अलग प्रजातियां अलग-अलग मौसमों के दौरान विभिन्न आवासों का चयन करती हैं,वे आमतौर पर दिन के समय में गुफाओं,जंगलों,पुरानी इमारतों, पेड़ों,पहाड़ों, रेगिस्तानों, विभिन्न दरारों और टेंट ( पत्तियों द्वारा निर्माण किया गया ) तथा मानव निर्मित संरचनाओं में निवास करते है,और रात को शिकार करते है|

आमतौर पर माइक्रोबैट्स पिशाच (Vampire) चमगादड़ गुफाओं,खोखले पेड़ों, पुरानी इमारत और खदानों में पाये जाते हैं|इसके एक समूह में 20 से 5,000 चमगादड़ तक हो सकते है|

* चमगादड़ का आकार [ size of Bat ]:-

चमगादड़ का आकार प्रजातियों के आधार पर भिन्न होता है, यह 2 सेमी से लेकर 180 सेमी तक की लंबाई के होते है| उनके आकार के अनुसार उनका वजन 2 ग्राम से 1000 ग्राम तक हो सकता है|

सबसे छोटा Kitti’s hog-nosed bat ( Craseonycteris thonglongyai ) जिसे bumblebee चमगादड़ के नाम से भी जाना जाता है, जो 2.9 से 3.4 सेमी तक लंबे व जिसका पंख फैलाव 15 सेमी तथा वजन 2 से 2.6 ग्राम तक होता है|

सबसे बड़े चमगादड़ Pteropus मेगाबाट्स की कुछ प्रजातियाँ Acerodon jubatus है, जिसका वजन 1.6 किग्रा तथा इसका पंख फैलाव 170 सेमी (5 फीट 7) तक हो सकता है|

मेगाबेट की आँखे बड़ी होती है,व थूथन (snouth) लंबे होते हैं,जो उसे भोजन (फल) ग्रहण करने में मदद करते है| माइक्रोबैट पिशाचों (Vampire) की थूथन (snouth) छोटे होते है, जिससे बड़े इंसुलेटर और कैनाइन दांतों का रास्ता खुल जाता है|

रक्त चूसने वाले चमगादड़ (Microbats) के कान बड़े व आँखें छोटी होती है| जबकि फलाहारी चमगादड़ (megabat) के कान छोटे व आँखें काफी बड़ी होती है| मेगाबेट्स में पूंछ की कमी होती है| (कुछ अपवाद जैसे :- Nyctimene )

* चमगादड़ का भोजन क्या है? [ What is the food of bats ] :-

भोजन के आधार पर चमगादड़ दो उपगणो में बँटे हैं :
(१) मेगाबेट्स (Megachiroptera) या फलाहारी
(२) माइक्रोबैट्स (Microchiroptera) या कीटाहारी
मेगाबेट्स चमगादड़ फलाहारी होते है, जो भोजन में पराग, मकरंद, मधुरस, फल या फल के रस का सेवन करते है|

अधिकांश माइक्रोबैट कीटों का सेवन करते हैं,लेकिन कुछ बड़ी प्रजातियाँ जैसे पक्षियों, छिपकलियों, मेंढकों, मछलियों यहाँ तक कि छोटे चमगादड़ों का भी शिकार करते है|

माइक्रोबैट (Vampire) की केवल तीन प्रजातियां ही बड़े स्तनधारियों या पक्षियों का रक्त चूसकर जीवन निर्वाह करते है, इस प्रजाति के चमगादड़ दक्षिण और मध्य अमेरिका में पाये जाते है|

चमगादड़ों के दाँत भिन्न भिन्न प्रकार के होते है, माइक्रोबैट के दाँत नुकीले और तीक्ष्ण होते हैं, उनके अग्रदंत शिकार की त्वचा भेदने के लिए उपयुक्त होते है| वह कीट का कड़ा भाग काटकर फेंक देता है, और उसके मुलायम भाग को ही खाता है|

कीटभक्षी चमगादड़ अपने शरीर के वजन का 120 प्रतिशत से अधिक कीट खा सकते हैं, चमगादड़ में पाचन तंत्र अद्भुत होता है और यह केवल 20 मिनट में लगभग किसी भी प्रकार के भोजन को पचा सकता है| और इस प्रकार यह कीट नियंत्रण भी में मदद करते हैं|

* चमगादड़ का जीवन चक्र क्या है? [What is life cycle of Bats ]:-

इसका जीवन एक पिल्ले से शुरुआत होकर वयस्क चमगादड़ तक पहुँचता है, जिसके अंतर्गत पिल्ले का मादा चमगादड़ द्वारा देखभाल किया जाता है, कुछ समय बाद यह युवा में विकसित हो जाता है,और फिर वह वयस्क में पूर्ण परिपक्व हो जाता है, इस प्रकार यह चक्र चलते रहता है|

• चमगादड़ के जीवनकाल के चरण [ stages of lifespan of Bats ]:-

यह मुख्य रूप से निम्न चरणों में पूर्ण रूप से विकसित होते है :-

  1. चमगादड़ का पिल्ला
  2. किशोर चमगादड़
  3. युवा चमगादड़
  4. वयस्क

1.चमगादड़ का जीवन चक्र का प्रथम अवस्था :- चमगादड़ का पिल्ला [ Pups of Bat ]:-

चमगादड़ो का प्रजनन काल जलवायु तथा प्राकृतिक स्थितियों पर निर्भर करता है| जब चमगादड़ शरद ऋतु या कभी-कभी सर्दियों में शीतनिद्रा (Hibernate) जाते है, तब अधिकांश मादा इसी समय शुक्राणुओं को ग्रहण करती है, तथा शुक्राणु को संग्रहीत करती है, लेकिन इस समय गर्भाधान नहीं होता है,केवल शुक्राणु गर्भाशय में संचित रहते है|

वसंत ऋतु के अंत में सुप्तकाल अवस्था समाप्त हो जाता है, और क्रियाशीलता पुन: प्रारंभ हो जाता है|

पेड़ की डाली पर उल्टा लटका हुआ चमगादड़ का पिल्ला

उसके बाद अण्ड का शुक्राणु से संयोग और निषेचन होता है| गर्भावस्था प्रजातियों के आधार पर 6 सप्ताह से 6 महीने तक हो सकती है, जो मौसम, जलवायु और भोजन की उपलब्धता से प्रभावित हो सकती है|

मादाएं बच्चे पैदा करने के लिए सुरक्षित स्थानों की तलाश करती हैं, समशीतोष्ण जलवायु में, चमगादड़ आमतौर पर मई और जुलाई के बीच जन्म देते हैं| तथा अन्य जलवायु में चमगादड़ प्रति वर्ष दो या अधिक बार बच्चे जन्म दे सकते है, इस नवजात शिशु को पिल्ला कहा जाता है|

अधिकांश प्रजातियां सिर्फ एक पिल्ला को जन्म देती हैं, तथा कई प्रजाति एक से अधिक बच्चे पैदा कर सकती है| पिल्ले का वजन मातृ चमगादड़ के वजन के एक-छठवें से एक तिहाई (लगभग 70 ग्राम) तक हो सकता है|

इस अवस्था में अधिकांश पिल्ला रोग, परजीवी संक्रमण, भुखमरी और विभिन्न दुर्घटनाओं के कारण मर जाते है|

2.चमगादड़ का जीवन चक्र का द्वितीय अवस्था :- किशोर चमगादड़ [ juvenile Bat ] :-

पिल्ला काला या भूरा रंग का बहुत छोटा (एक इंच से कम) होता है,तथा पंख (Patagium) अपरिपक्व होता है, जिससे यह उड़ नहीं सकते| इसका शरीर बाल रहित तथा उनके आँख व कान अल्पविकसित होते है| इसका पश्च पैर विकसित होता है, जिससे वह अपनी माँ को या किसी आधार को पकड़ कर उल्टा लटक सकते है|

चमगादड़ के पिल्ले का छोटी प्रजातियों में 5 सप्ताह तथा बड़ी प्रजातियों में 5 महीने लंबे समय तक मादा चमगादड़ द्वारा देखभाल किया जाता है,तथा शिशुओं को दूध द्वारा पोषण दिया जाता है| तथा यह आकार में बहुत तेजी से बढ़ते हैं| कुछ प्रजातियां दो महीने तक पूर्ण आकार में विकसित हो जाते है|

इस अवधि में मादा चमगादड़ को अधिक मात्रा में ऊर्जा की आवश्यकता होती है, ताकि बच्चे का देखभाल व उसे अपनी पीठ या पेट पर लटका कर एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जा सके|

3.चमगादड़ का जीवन चक्र का तृतीय अवस्था:- युवा चमगादड़ [young bat ] :-

युवा चमगादड़ काले या भूरे रंग के होते है,तथा आँख, कान व पंख या Patagium ( एक झिल्लीदार संरचना ) विकसित होते है, इसका शरीर रोम युक्त होता है|आमतौर पर चमगादड़ अगस्त में उड़ना आरम्भ कर देते है,लेकिन अधिकांश प्रजाति 3 से 4 सप्ताह की उम्र में उड़ना और भोजन ढूंढना शुरू कर देते है| अब उन्हें मां के दूध की आवश्यकता नहीं होती है|

युवा चमगादड़

यह तेजी से बढ़ते है, तथा प्रजातियों के आधार पर इसका अवधिकाल भिन्न-भिन्न होता है,यह 6 सप्ताह से 1 साल तक पूरी तरह से परिपक्व और स्वतंत्र बन सकते है, तथा जो खुद को बचाने के लिए मां से दूर अकेले उड़ने में सक्षम है|

अधिकतर युवा चमगादड़ इस अवधि में उड़ते समय विभिन्न दुर्घटनाओं के कारण मर जाते हैं, इस प्रकार कई चमगादड़ परिपक्वता तक नहीं पहुंच पाते है|

4.चमगादड़ का जीवन चक्र का चतुर्थ अवस्था :- वयस्क [ Adult ]:-

जब चमगादड़ पूर्ण रूप से परिपक्व हो जाता है, और एक वर्ष का हो जाता है, तब उसे वयस्क (Adult) कहा जाता है,उनकी आँखें छोटी, काली व भूरी होती हैं,और उनकी आँखों की रोशनी कम होती है,जो दिन कि अपेक्षा अंधेरे में स्पष्ट वस्तुओं का पता लगाने में सक्षम होती है, इसलिए वह रात को शिकार करते है|

उसके पश्च पाद व पँख (Patagium) पूर्ण विकसित होते है,जो चमगादड़ को उड़ने में मदद करते है, चमगादड़ लगभग 25 से 160 किमी प्रति घंटे कि दर से उड़ान भरने में सक्षम होते है| इसमें गंध तथा सुनने की उच्च भावना होती है,यह 6 मील लंबी दूरी से भी ध्वनि सुन सकते है|

ऊँची उड़ाने भरता हुआ वयस्क चमगादड़

सितंबर से अक्टूबर में चमगादड़ शीतनिद्रा ( Hibernation ) के लिए अपनी वसा की आपूर्ति का निर्माण शुरू करते है,और सर्दियों के महीनों के लिए निवास क्षेत्रो की खोज शुरू करते है|

नवंबर से दिसंबर के समय चमगादड़ शीतनिद्रा में चले जाते हैं और मार्च तक सोते रहते है| मार्च के अंतिम में चमगादड़ अपने शीतनिद्रा से जागना शुरू कर देते हैं,तथा भोजन का तलाश करने लगते है|

सुप्त अवस्था से निकलने के बाद वह सक्रिय हो जाते है,अंडोत्सर्ग (ovulation), निषेचन (fertilization),और निषेचित अंडे का आरोपण (implantation) का शुरुआत हो जाता है,इस प्रकार यह चक्र निरंतर चलते रहता है|

चमगादड़ रात में सबसे अधिक सक्रिय होते है, तथा अधिकांश शिकारियों से बचते हैं, जिससे उसका जीवनकाल लंबा होता है, औसतन यह 30 से अधिक साल तक जीवित रह सकते है|

* चमगादड़ का व्यवहार [ behavior of bat ] :-

  • रात में उड़ते समय चमगादड़ अपने मुख से 130 डेसीबल की उच्च आवृत्ति की पराध्वनिक तरंगें (20000 हर्ट्ज आवृत्तिवाली) उत्पन्न करता है,यह ध्वनि बिजली के खड़कने से भी तेज होती है,जिसे इकोलोकेशन (Echolocation) कहा जाता है|
  • इसका उपयोग करके यह शिकार करते है, जब यह ध्वनि किसी वस्तु से टकराती है, तो वह वापस चमगादड़ के कानो में प्रवेश करती है,जो मस्तिष्क को संदेश प्रेषित करती है,जिसके फलस्वरूप चमगादड़ अपनी दिशा बदल देता है, इसी कारण रात के अँधेरे में चमगादड़ किसी वस्तु से टकराये बिना उड़ता चला जाता है|
  • इसके आलावा चमगादड़ को अँधेरे में आस-पास की वस्तुओं के आकार, दूरी और स्थान का पता लगाने में भी मदद करता है, जिसका उपयोग वह भोजन व साथी को खोजने के लिए भी करते है|
  • माइक्रोबैट्स इकोलोकेशन के लिए कंठ का उपयोग नहीं करता है, इसके बजाय वह अपने नाक मार्ग और जीभ का उपयोग करता है| मेगाबेट्स चमगादड़ कम आवृत्ति और माइक्रोबेट्स चमगादड़ उच्च आवृत्ति वाले इकोलोकेशन का उपयोग करते है|
  • चमगादड़ उलटे लटकते हैं क्योंकि उल्टे लटके रहने से वे बड़ी आसानी से उड़ान भर सकते है,पक्षियों की तरह वे ज़मीन से उड़ान नहीं भर पाते है,क्योंकि उनके पश्चपाद छोटे और कम विकसित होते है,जिससे वह दौड़ कर गति नहीं पकड़ पाते है|
  • उलटे लटके हुए चमगादड़ सोते हुए गिरते नहीं है, क्योंकि चमगादड़ के पैरों की नसें इस तरह व्यवस्थित होती हैं, कि उनका वजन ही उनके पंजों को मज़बूती के साथ पकड़ने में मदद करता है|
  • चमगादड़ बारिश में नहीं उड़ते क्योंकि वह शिकार करने के लिए इकोलोकेशन का उपयोग नहीं कर सकते है,क्योंकि बारिश की ध्वनि उनके द्वारा उत्सर्जित ध्वनि के साथ हस्तक्षेप करती है|

इस प्रकार इस आर्टिकल में चमगादड़ के जीवन चक्र को विस्तार से समझाया गया है,साथ ही उनके व्यवहार व गतिविधियो के बारे मे जानकारी दिया गया है|

आशा है कि आर्टिकल पसंद आया होगा,और चमगादड़ का विकास क्रम समझ मे आ गया होगा, तथा आपके लिये उपयोगी साबित हुआ होगा,

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